Sharadiya Navratri 2016

Sharadiye Navratri 2016

Sharad Navratri 2016 Dates, Days and Goddess Information

Day 1 – October 1, 2016 (Saturday) – Pratipada, Ghatsthapana, Shailputri Puja
Day 2 – October 2, 2016 (Sunday) – Pratipada, Chandra Darshan, Shailputri Puja
Day 3 (Dwitiya) – October 3, 2016 (Monday) – Brahmacharini Puja
Day 4 (Tritiya) – October 4, 2016 (Tuesday) – Chandraghanta Puja
Day 5 (Chaturthi) – October 5, 2016 (Wednesday) – Kushmanda puja
Day 6 (Panchami) – October 6, 2016 (Thursday) – Skandamata Puja
Day 7 (Shashthi) – October 7, 2016 (Friday) – Katyayani Puja
Day 8 (Saptami) – October 8, 2016 (Saturday) – Kalaratri Puja
Day 9 (Mahashtmi) – October 9, 2016 (Sunday) – Mahagauri Puja, Durga Maha Ashtami Puja, Saraswati Puja
Day 10 (Navami) – October 10, 2016 (Monday) – Siddhidatri Pooja, Maha Navami, Ayudha Puja, Navami Homa
Day 11 (Dashami or Dussehra) – October 11, 2016 (Tuesday) – Navratri Parana, Durga Visarjan, Vijyadashmi (Dussehra)

इस वर्ष शारदीये नवरात्र  पर है कई अच्‍छे महासंयोग, 10 दिन सुख- समृद्धिदायक होगें

इस बार दुर्गा जी अश्व पर आएंगी और भैंसा पर बैठकर जाएंगी। शारदीय नवरात्र इस बार 10 के होंगे। ये 10 दिन सुख- समृद्धिदायक होगें।

16 वर्ष बाद फिर नवरात्र में विशेष संयोग बन रहा है। दूज तिथि लगातार दो दिन होने के कारण शारदीय नवरात्र नौ की जगह 10 दिन की होगी। श्राद्ध पक्ष समाप्त होते ही, शारदीय नवरात्र आरंभ हो रहे हैं। 1 अक्टूबर से नवरात्र आरंभ होंगे। इस बार दुर्गा जी अश्व पर आएंगी और भैंसा पर बैठकर जाएंगी। शारदीय नवरात्र इस बार 10 के होंगे। ये 10 दिन सुख- समृद्धिदायक होगें।

शारदीय नवरात्र अश्विन मास के शुक्ल पक्ष से आरंभ होंगे। इस बार गजकेशरी योग में शारदीय नवरात्र होंगी। ऐसा इसीलिए कि गुरु व चन्द्रमा एक साथ कन्या राशि में लग्न स्थान में होने से गजकेशरी महासंयोग बन रहा है।

शारदीय नवरात्र में शक्ति स्वरूपा मां दुर्गा के नौ रूपों की आराधना की जाती है। 1 अक्टूबर से शुरू होकर शारदीय नवरात्र उत्सव 10 अक्टूबर तक रहेगा।

विशेष यह है कि इस बार मां दुर्गा का आगमन अश्व से होगा व गमन भैंसा पर होगा, जो अति शुभ है। देवीपुराण में उल्लेखित है कि नवरात्र में भगवती के आगमन व प्रस्थान के लिए वार अनुसार वाहन बताए गए हैं।

देवी भागवत में नवरात्र के प्रारंभ व समापन के वार अनुसार मां दुर्गा के आगमन प्रस्थान के वाहन इस प्रकार बताए हैं।

आगमन वाहन- रविवार व सोमवार को हाथी, शनिवार व मंगलवार को घोड़ा, गुरुवार व शुक्रवार को पालकी, बुधवार को नौका आगमन होता है।
प्रस्थान वाहन-रविवार व सोमवार भैसा, शनिवार और मंगलवार को सिंह, बुधवार व शुक्रवार को गज हाथी गुरुवार को नर वाहन पर प्रस्थान करती हैं।

शनिवार के दिन हस्त नक्षत्र में घट स्थापना के साथ शक्ति उपासना का पर्व काल शुरु होगा। शनिवार के दिन हस्त नक्षत्र में यदि देवी आराधना का पर्व शुरू हो, तो यह देवीकृपा व इष्ट साधना के लिए विशेष रूप से शुभ माना जाता है।

Comments are closed.